देहरादून: 12वीं के छात्रों के लिहाज से एक अच्छी खबर सामने आई है। अब उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने उन्हें भी डिप्लोमा कोर्सेज में प्रवेश देने की रणनीति तैयार कर ली है। बता दें कि करीब आठ पीजी डिप्लोमा कोर्सेज की पढ़ाई को रोक कर अब केवल डिप्लोमा कोर्स ही संचालित होंगे।
दरअसल यूनिवर्सिटी में फिलहाल वक्त में स्नातक के 10, स्नातकोत्तर के 33 पाठ्यक्रमों के साथ-साथ 26 तरह के सर्टिफिकेट कोर्स और 20 डिप्लोमा व पीजी डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई हो रही है। इनमें हर साल 70 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं प्रवेश लेते हैं।
मगर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो (DEB) रेगुलेशन 2020 के तहत सभी तरह के पीजी डिप्लोमा कोर्स बंद करने हैं। जिनमें अब कंप्यूटर एप्लीकेशन, डिजास्टर मैनेजमेंट, जियो इन्फॉरमेटिक्स, एचआर मैनेजमेंट जैसे आठ पीजी डिप्लोमा कोर्सेज को डेब रेगुलेशन के तहत बंद करना पड़ेगा।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में दुकान खुले रखने का समय बढ़ सकता है,पर्यटकों को लेकर सख्ती हो सकती है
यह भी पढ़ें: रुद्रपुर निवासी मयंक मिश्रा का इंग्लैंड में जलवा,चार विकेट झटके,टीम को दिलाई बड़ी जीत
बता दें कि इन सबकी अवधि न्यूनतम एक साल की होती है। बहरहाल नए रेगुलेशन के तहत विवि को केवल डिप्लोमा कोर्स ही संचालित करने हैं, जिनकी अवधि डेढ साल की होगी। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। जल्द ही इनसे जुड़ी कमेटियों की बैठक कर डिप्लोमा कोर्स की संख्या बढ़ाने और उनके संचालन को लेकर विचार किया जाएगा।
बहरहाल इससे फायदा 12वीं के छात्रों को सीधे तौर पर होगा। मतलब अब डेब रेगुलेशन लागू होने के बाद डिप्लोमा कोर्सेज का ही संचालन होना है, ऐसे में 12वीं उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को इसमें दाखिला मिलेगा। अभी तक पीजी डिप्लोमा कोर्सेज में दाखिला केवल उन्हीं छात्र-छात्राओं को मिलता था, जो स्नातक उत्तीर्ण होते थे।
यह भी पढ़ें: टिहरी गढ़वाल घूमने पहुंचे तीन पर्यटक गंगा में डूबे, दो सगे भाइयों के शव बरामद
यह भी पढ़ें: नैनीताल नारायण नगर में पुलिस कॉन्स्टेबल ने रोकी डीएम गर्ब्याल की गाड़ी