हल्द्वानी: प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने उत्तराखंड के पुलिसकर्मियों के लिए बड़ी घोषणा की है। नए साल के तोहफे के रूप में डीजीपी ने पुलिस जवानों को साप्ताहिक अवकाश की अनुमति दे दी है। इस अवकाश का फायदा कॉन्स्टेबल और हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात पुलिसकर्मी उठा सकेंगे। पुलिसकर्मियों का रोटेशन होगा मतलब हर बार अलग अलग पुलिसकर्मी अलग अलग साप्ताहिक अवकाश लेने के लिए मान्य होंगे।
हाल ही में अनिल रतूड़ी का कार्यकाल खत्म होने के बाद पूर्व डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार को प्रदेश का डीजीपी बनाया गया था। जिसके बाद से ही कई बार यह विचार सामने आया था कि पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने का प्रावधान जल्द ही नियमों में जोड़ा जा सकता है। पुलिसकर्मियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अब यह फैसला ले लिया गया है। डीजीपी के अनुसार इस निर्णय के लागू होने के बाद पुलिसकर्मियों का मनोबल तो बढ़ेगा ही, साथ ही उनकी काम करने की क्षमता भी विकसित होगी।
डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार ने दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। जानकारी के मुताबिक प्रदेश के फिल्हाल तकरीबन नौ जिलों के पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश लेने की अनुमति मिल जाएगी। जिनमें जनपद पौड़ी गढ़वाल,टिहरी,उत्तरकाशी, चमोली,रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा,पिथौरागढ़,बागेश्वर और चंपावत शामिल हैं। नए साल के शुरू होते ही यह आदेश उपयुक्त जिलों में लागू हो जाएंगे। डीजीपी अशोक कुमार का मानना है कि इस फैसले को अभी प्रयोग के तौर पर लागू किया जा रहा है। अगर रिज़ल्ट बेहतर रहते हैं तो इस नियम का विस्तार किया जाएगा।
1 जनवरी 2021 से थाने,चौकी और पुलिस लाइन में नियुक्त आरक्षी और मुख्य आरक्षी को साप्ताहिक विश्राम की सुविधा मिलेगी। आपको बता दें कि अगर कोई विशेष परिस्थिति पैदा होती है जैसे कोई आपदा, दुर्घटना या कानून व्यवस्था की जरूरत होती है तो थानाध्यक्ष या चौकी प्रभारी साप्ताहिक अवकाश पर गए पुलिसकर्मी को वापस भी बुला सकते हैं। बहरहाल जो भी हो इस निर्णय के बाद पुलिसकर्मियों को खासा राहत मिल सकेगी।
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