हल्द्वानी: नशे की लत धीरे धीरे जिले में घुलती जा रही है। एक तरफ तस्कर पकड़े जा रहे हैं तो दूसरी तरफ युवाओं में यह एक फैशन सा बनता जा रहा हैं। सरकार भी इसको लेकर काफी सजग है। बहरहाल अब नशे के चंगुल में फंंसने वालों को ठीक करने का जिम्मा सरकार उठाने जा रही है। हल्द्वानी व नैनीताल में नशा मुक्ति केंद्र स्थापित करने की तैयारी हो रही हैं। नशे की लत छुड़ाने के लिए अब लोगों को प्राइवेट नहीं सरकारी इलाज भी मिलेगा। फिलहाल जगह तलाशी जा रही है।
दरअसल केंद्र सरकार द्वारा संचालित नशामुक्त भारत अभियान के तहत नशामुक्ति केंद्र का निर्माण होना है। इनकी निगरानी तो जिलाधिकारियों के द्वारा होगी लेकिन सेंटर संचालन का जिम्मा स्वयंसेवी संस्था को दिया जाएगा। डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने नगर आयुक्त हल्द्वानी व नगरपालिका नैनीताल के अधिशासी से बात कर 15 दिनों में सेंटर के लिए निश्शुल्क भवन या न्यूनतम दरों पर किराये के साथ आवास की उपलब्धता की आख्या मांगी है।
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हल्द्वानी में मौजूदा समय में नशामुक्ति के पांच प्राइवेट सेंटर चल रहे हैं। मगर नशे की बढ़ती संख्या को देखते हुए शायद यह काफी नही है। दूसरी बात यह भी कि प्राइवेट होने के नाते परिवारों की जेब भी ज्यादा ढीली होती है। ऐसे में सरकार द्वारा यह नशामुक्ति केंद्र बनाने का फैसला काफी राहतमंद रहेगा। सेंटर में एक ही छत के नीचे सभी ज़रूरी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी, सबसे बड़ा पॉजिटिव तो यही है।
सुविधाओं पर नजर डालें :-
1. नशे के आदी लोगों का उपचार
2. नशे से बचाव के लिए परामर्श
3. नशा छुड़ाने के लिए जरूरी काउंसलिंग
4. आउटरीच जैसी व्यापक सुविधा की उपलब्धता
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जानकारी के अनुसार इस अभियान के तहत डा. सुशीला तिवारी अस्पताल में एटीएफ वार्ड स्थापित किया जाना है। हालांकि यह काम पहले हो गया होता अगर इसे अप्रैल तक टाला ना गया होता तो। इसे शुरू करने के लिए भारत सरकार द्वारा दिए गए पांच लाख रुपये समाज कल्याण विभाग में लंबित है। बहरहाल अब जिला प्रशासन ने राजकीय मेडिकल कॉलेज को पत्र लिखकर तत्काल एटीएफ वार्ड शुरू करने को कहा है। इसके बाद के कार्यों के लिए धनराशि केंद्र सरकार से अनुमन्य होगी।
इन नशामुक्ति केंद्रों के बनने से ना सिर्फ जिले के युवा नशे के कारोबार से बाहर आ सकेंगे बल्कि सरकार की देखरेख में सुविधाओं का आभाव भी ना रहने की उम्मीद है। इधर, डीएम नैनीताल धीराज गर्ब्याल ने बताया कि नशामुक्त भारत प्रधानमंत्री का महत्वाकांक्षी अभियान है। नशामुक्ति केंद्र के लिए नैनीताल, हल्द्वानी में जगह तलाशी जा रही है। एसटीएच में इसी महीने एटीएफ वार्ड शुरू कराने के निर्देश दिए हैं।