Uttarakhand News

रेलवे कर्मचारियों को मिलेगा आराम, लालकुआं और काठगोदाम स्टेशन में लेग मसाज की सुविधा शुरू

हल्द्वानी: किसी ट्रेन के संचालन शुरू होने या बंद होने की खबर के साथ नहीं, इस बार रेलवे सामने आया है एक मज़ेदार और आरामदायक खबर के साथ। दरअसल सुविधाओं की बात अधिकतर यात्रियों तक ही रुक कर रह जाया करती है। हमेशा सुनने को मिलता है कि उस स्टेशन पर यह लगाया जाएगा और वहां यह मशीन लगेगी। कभी रेलवे के उन कर्मचारियों के बारे में नहीं सोचा जाता है, जिनके कारण हम ट्रेनों में अपना सफर सकुशल पूरा करते हैं। रेलवेकर्मियों की थकान को हमेशा एक किनारे रख दिया जाता था……मगर इस बार नहीं।

इस बार रेलवे ने अपने कर्मचारियों के लिये भी एक आरामदायक तोहफा सुनिश्चित किया है। दरअसल लंबे सफर से वापिस आने के बाद, रेलवे कर्मियों के लिये स्टेशन पर लेग मसाजर मशीन लगाई जाएगी। जिसका उपयोग कर के सभी कर्मचारी अपनी थकान को कुछ हद तक कम कर पाने में सक्षम रहेंगे। इज्जतनगर रेलवे प्रबंधन द्वारा स्टाफ की सुविधा के लिये रेलवे स्टेशनों पर लेग मसाजर उपलब्ध करवाए गए हैं। इस मसाजर से कार्मिकों को थकान, पैरों की मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द से नजात मिल सकेगा।

यह भी पढ़ें: पांच साल पहले शुरू किया मशरूम का काम,अल्मोड़ा की प्रीति अब बना रही हैं भारत में पहचान

यह भी पढ़ें: हल्द्वानी व देहरादून समेत 6 शहरों में केवल 2 घंटे के लिए जलाए जाएंगे पटाखें, गाइडलाइन जारी

बता दें कि लॉकडाउन के खुलने के बाद से जब से रेलवे विभाग दोबारा सक्रिय हुआ है, तब से लगातार अहम निर्णय लिये जा रहे हैं जिससे यात्रियों को किसी ना किसी तरह से फायदा पहुंचाया जा सके। इसी दौरान पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल के पीआरओ राजेंद्र सिंह ने रेलवे द्वारा किये जा रहे अनेकों प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि रेलवे प्रशासन सुरक्षा और समयपालन को ले कर निरंतर तौर पर अहम फैसले ले रहा है। पीआरओ के मुताबिक रेलिंग स्टॉक, सिग्नल और रेल मार्ग के रखरखाव हेतु नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा विशेष ध्यान यात्रियों की सुविधा के साथ साथ रेल संचालन से जुड़े कार्मिकों के स्वास्थ्य और सुविधाओं पर दिया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार कार्मिकों को लंबे सफर से आने के बाद अमुमन होती थकान से छुटकारा दिलाने के लिये रेलवे प्रशासन रेलवे स्टेशनों में ऑटोमेटिक लेग मसाजर लगवा रहा है। पीआरओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि लोको पाइलट, सहायक लोको पाइलट और गार्ड ट्रेनों के संचालन में काफी अहम भूमिका निभाते हैं। लंबे सफर के दौरान इनको थकान, पैरों की मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द की शिकायत आते रहती है। जिसकी वजह से उन्हें एक अच्छी नींद नसीब नहीं हो पाती। इसका सीधा असर उनकी अगली ड्यूटी पर पड़ता है। इन्हीं कारणों के चलते रेलवे यह कदम उठा रहा है।

यह भी पढ़ें: हल्द्वानी में मरीजों को राहत, बेस और महिला अस्पताल में मिलेंगी सस्ती दवाइयां

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के मनीष पांडे को कोहली ने किया स्लेज, छक्का मारकर दिया जवाब- वीडियो

जानकारी के अनुसार काठगोदाम, लालकुआं और टनकपुर के रेलवे स्टेशनों के रनिंग रूम में एक-एक ऑटोमेटिक लेग मसाजर उपलब्ध करवा दिया गया है। ड्यूटी खत्म करने के बाद रेलवे कार्मिक इस मशीन के ज़रिये अपनी थकान को अलविदा कह पाएंगे। इस ऑटोमेटिक मशीन से कर्मचारियों को घुटनों से ले कर पैर के तलवों तक में मसाज मिलेगी। इन तीन स्टेशनों के अलावा कासगंज और मथुरा छावनी रेलवे स्टेशन पर भी लेग मसाजर मशीन उपलब्ध करवा दी गई है।

रेलवे अपने यात्रियों के साथ साथ अपने कर्मचारियों का भी ख्याल रखने की कोशिश में है। इस निर्णय से रेलवे कार्मिकों ने राहत की सांस ज़रूर ली होगी। उम्मीद है कि रेलवे आगे भी इसी तरह के नए नए फैसले लेते रहेगा जिससे यात्रियों और रेलवे के कार्मिकों, दोनों को ही खासा मदद मिलेगी

यह भी पढ़ें: युवा बनेंगे शिक्षक,उत्तराखंड में बढ़ेगा शिक्षा का स्तर, 2 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती

यह भी पढ़ें: बागेश्वर निवासी RJ काव्य ने खोला खुद का रेडियो स्टेशन, जहां गूंजेगी “उत्तराखंड की आवाज़”

To Top