देहरादून: कोरोना संक्रमण कम होने के बाद आमजन जिंदगी को एक बार फिर खुलकर जीने की तैयारी कर रहे हैं। इसी क्रम में सरकार समस्त सरकारी स्कूलों को भी एक नया रूप देने का प्लान बना रही है। सीएम तीरथ सिंह रावत की इस पहल के साथ दीपावली आने से पहले तक कक्षा 12वीं तक के करीब साढ़े 16 हजार सरकारी स्कूलों का हुलिया बदल जाएगा। इसके लिए बकायदा सीएम के निर्देश पर शिक्षा सचिव ने आदेश जारी कर दिए हैं।
याद दिला दें कि पहले ही कोरोना के कारण पिछला पूरा पढ़ाई का सत्र खराब हो गया था। जरा बहुत समय के लिए स्कूल खुले भी तो अब दूसरी लहर ने फिर सब कुछ ठप कर दिया। इस शैक्षिक सत्र में शुरुआती तीन महीने अप्रैल से जून तक स्कूल बंद ही हैं। निजी स्कूलों की तरह ही सरकारी स्कूलों में भी कोई खास चहल पहल देखने को नहीं मिली।
यह भी पढ़ें: नैनीताल में गजब हो गया,राशन की भीड़ समझकर महिला शराब की लाइन में लगी
यह भी पढ़ें: लंबे वक्त बाद खुली शराब की दुकानें, नैनीताल जिले में पहले दिन हुई एक करोड़ की कमाई
अब हुआ ये कि आबादी से दूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों की रंगत भी हर रोज होने वाली देखरेख के अभाव में फीकी पड़ने लगी है। अब जब संक्रमण में कमी आ रही है तो सब कुछ ठीक हो रहा है। इसी के साथ सरकार फीके पड़े स्कूल भवनों में मरम्मत के साथ ही पुताई, चित्रकारी और ज्ञानवर्धक श्लोकों-दोहों से नई जान डालने की तैयारी कर रही है।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने खुद इस पहल को शुरू किया है। सीएम ने निर्देश दिए तो मुख्य सलाहकार शत्रुघ्न सिंह ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी कर ली। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने गुरुवार को सभी जिलाधिकारियों को आदेश जारी किए। आदेशानुसार जिला योजना बजट की 10 से 15 प्रतिशत राशि से सरकारी स्कूलों के भवनों की मरम्मत और दीवारों पर पुताई, चित्रकारी कराई जाएगी। इस काम को 4 नवंबर तक पूरा करना होगा। नौ नवंबर को राज्य स्थापना दिवस भी है।
यह भी पढ़ें: हल्द्वानी:श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने साथियों को बांटे कोरोना सुरक्षा कवच
यह भी पढ़ें: नैनीताल समेत इन जिलों में जारी हुआ अलर्ट, भारी बारिश के साथ तूफान के भी आसार