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उत्तराखंड सरकार करेगी सात लाख छात्रों की किताबों का इंतज़ाम, जिलों के लिए जारी हुई धनराशि

हल्द्वानी: राज्य के विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी है। अब शिक्षा सत्र 2020-21 में क्लास एक से 12वीं तक के छात्रों के लिए उत्तराखंड सरकार ने तोहफा सुनिश्चित किया है। जो स्कूल सरकार के द्वारा जारी पाठ्यक्रम के मुताबिक स्कूलों में पढ़ाई का संचालन करवाते हैं। उन्हें छात्रों के लिए पाठ्य-पुस्तकों की धनराशि दी गई है।

बहरहाल पहले वादा पुस्तकें डायरेक्टली देने का था मगर अब इसे बदल कर एक से 12वीं तक के तकरीबन सात लाख से भी ज़्यादा विद्यार्थियों के लिए उत्तराखंड सरकार ने राशि जारी कर दी है। सरकार के लेवल से सभी जिलों को यह धनराशि भेज दी गई है। लिहाज़ा बहुत जल्द ही छात्र-छात्राओं के खातों में इस राशि को आवंटित कर दिया जाएगा।

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उत्तराखंड के शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने आदेश जारी किए हैं। जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि पहले के आदेश के विपरीत अब सरकार ने यह फैसला लिया है कि छात्रों को पाठ्य पुस्तकों के बजाए डीबीटी के माध्यम से धनराशि दे दी जाए बजाय पाठ्य पुस्तकें निशुल्क उपलब्ध कराने के। शिक्षा सचिव ने बताया कि पाठ्य पुस्तकों के लिए 2225 लाख की धनराशि अनुमोदित की गई है। जिसमें से 1625 लाख से अधिक की धनराशि जिलों को भेज दी गई है।

किस जिले को कितनी धनराशि

अल्मोड़ा – 112.64 लाख

बागेश्वर – 57.74 लाख

चमोली – 79.07 लाख

चंपावत – 53.47 लाख

देहरादून – 180.41 लाख

हरिद्वार – 294.22 लाख

नैनीताल – 144.25 लाख

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पौड़ी – 106.01 लाख

पिथौरागढ़ – 83.76 लाख

रुद्रप्रयाग – 52.56 लाख

टिहरी – 119.70 लाख

यूएस नगर – 271.17 लाख

उत्तरकाशी – 70.44 लाख

प्रदेश के शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि तय पाठ्यक्रम को लागू करने वाले सरकारी स्कूल, अशासकीय स्कूल, मान्यता प्राप्त मदरसों को सरकार की तरफ से धनराशि दी जाएगी। इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक बच्चे के पास पाठ्य पुस्तकें पहुंचनी चाहिए।

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