Sports News

उत्तराखंड के युवाओं ने शतरंज में आजमाया हाथ,रुद्रपुर कॉन्फ़्लुएन्स स्कूल में आयोजित हुई चैंपियनशिप

रुद्रपुर: ऐसा नहीं कि प्रदेश में सिर्फ एक ही खेल को बढ़ावा दिया जाता है। उत्तराखंड में खेलों को बराबर तरजीह दी जाती है। इधर, शहर के कॉन्फ़्लुएन्स वर्ल्ड स्कूल में चल रही 15वीं उत्तराखंड राज्य सीनियर ओपन चेस चैम्पियनशिप ने तो यही दर्शाया है।

बहरहाल उत्तराखंड राज्य शतरंज संघ के तत्त्वाधान में चल रही चैंपियनशिप का समापन हो गया है। शुक्रवार शाम को तीन दिवसीय प्रतियोगिता का समापन हुआ। बता दें कि इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध शतरंज खिलाड़ी सक्षम रौतेला और सद्भाव रौतेला भी प्रतिभाग करने आए थे। जिससे इस चैंपियनशिप का लेवल साफ पता चलता है।

यह भी पढ़ें: हल्द्वानी:छात्रनेता सुंदर आर्य की मौत के मामले में पुलिस ने प्रेमिका को किया गिरफ्तार

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में कोरोना रफ्तार तेज, कुल 8 इलाकों में लगा लॉकडाउन, लिस्ट देखें

सक्षम और सद्भाव के हुनर का पता उनकी रैंकिंग से लगाया जा सकता है। एक तरफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फेमस शतरंज खिलाड़ी सक्षम अंडर 17 में छठी रैंक और ओपन रैंकिंग में 49वीं रैंक पर हैं तो दूसरी ओर सद्भाव अंडर 15 में उत्तराखंड के रैंक 1 खिलाड़ी हैं। इन्होंने एशिया चैस टूर्नामेंट 2019 में भी पहली रैंक प्राप्त की है।

रुद्रपुर के कॉन्फ़्लुएन्स वर्ल्ड स्कूल में चल रही सीनियर ओपन चेस चैम्पियनशिप के समापन समारोह में भी बड़े नामी ग्रामी शख्सियतों ने शिरकत की। सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देने के लिए समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज बेहड़ और जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय तिवारी इस मौके पर पहुंचे थे।

उत्तरांचल शतरंज संघ के अध्यक्ष धीरज रघुवंशी, महासचिव संजीव चौधरी, विद्यालय के निदेशक पुनीत छाबड़ा, साक्षी छाबड़ा, विद्यालय की प्रिसिंपल मीनाक्षी खेत्रपाल आदि ने भी इस मौके पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। साथ ही समापन समारोह में सभी जीते हुए प्रतिभागियों को अधिकारियों द्वारा पुरस्कार दिए गए।

यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस के मामले बढ़े तो उत्तराखंड सरकार ने DGP को लिखा पत्र और जारी किए निर्देश

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड़ में 2400 पार हुए एक्टिव मरीज, आज आपके जिले में कितने केस मिले, देखें

यह भी पढ़ें: धोनी का सिक्स और मिट्टी में सनी गंभीर की जर्सी,बच्चे-बच्चे को याद है 2011 की वो ऐतिहासिक रात

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड:नेपाल से दूरी होगी कम, रेलवे लाइन का विस्तार बढ़ाएगा पर्यटन

To Top